डर का सामना कैसे करे? – How to face fear?
डर क्या है ? डर हमारे ऊपर हावी होने से क्या व्यग्तिगत नुकसान होते है? इससे कैसे बचा जा सकता है? इन सबके बारे में हम डर का सामना कैसे करे ? ( How to face fear?) इस ब्लॉग में सविस्तर में जानेंगे।
- प्रस्तावना – PREFACE
- आलोचना का डर – FEAR OF CRITICISM
- अन्य प्रकार के डर – OTHER TYPES OF FEAR
- डर से होने वाले व्यग्तिगत नुकसान – PERSONAL HARM FROM FEAR
- डर का सामना कैसे करे ? – HOW TO FACE FEAR?
- डर पर काबू पाने के लिए सलाह – ADVICE FOR OVERCOMING FEAR
प्रस्तावना – PREFACE
लोगो को हम सवाल करेंगे की, तुह्मे किसका डर लगता है? तो बहुतांश लोग कहेंगे, मुझे तो डर ही नहीं लगता। परन्तु यह उत्तर पुरी तरह से सच नहीं है। देखा जाए, तो डर बहुत प्रकार के होते है। लेकिन, इस ब्लॉग में हम केवल लक्ष्य के मार्ग पर आने वाले डर के बारे में जानेंगे और उस डर से कैसे बाहार निकलना है। उस बारे मे जानेंगे।
आलोचना का डर – FEAR OF CRITICISM
आलोचना का डर लोगो के मन में कहा से आया, इसके बारे मे कुछ कहा नहीं जा सकता। लेकिन, यह आलोचना का डर बहुतांश लोगो के मन में रहता है। और कोई बताएगा भी नहीं उसे आलोचना से डर लगता है। लक्ष्य की राह पर यह आलोचना का डर सबसे बड़ी समस्या है। और बहुतांश लोग इसी समस्या के कारन अपने लक्ष्य तक नहीं पहुँचते।
लक्ष्य को आधे रास्ते पर छोड़ देते है, या लक्ष्य को हासिल करने की सुरुवात ही नहीं करते। उसे डर है की, मै लक्ष्य तक पहुँचूँगा या नहीं। उसे डर लगता है, अगर लक्ष्य तक नहीं पहुँचा तो लोग क्या कहेंगे। उसे अपने खुद के ऊपर विश्वास ही नहीं होता। उसे पता ही नहीं,उसकी क्षमता असीमित है।
अन्य प्रकार के डर – OTHER TYPES OF FEAR
अपना कम्फर्ड झोन (comfort zone ) छोड़ने का डर लगता है। लक्ष्य को हासिल करने के लिए कठिन परिश्रम करना पड़ता है, उस कठिन परिश्रम से डर लगता है। सारे सुख-सुविधा,नींद को त्यागने से डर लगता है। मेरे प्यारे दोस्तों ,अगर सच में जीवन में कुछ करना चाहते है। सफलता चाहिए, तो आपको बहुत त्याग करना पड़ेगा। तभी आपको सफलता मिलेगी।
अपने दिमाग मे, अपने मन मे गाँठ मार के रखो, उसे समझाओ। अगर सफलता चाहिए ,लक्ष्य हासिल करना है। तो अपने आप के ऊपर दया करना बंद करना पड़ेगा। खुद को बहाने देना बंद करना पड़ेगा। अपने आप पर तरस खाना बंद करना पड़ेगा। इस के लिए आप तैयार हो ,तो आप बहुत आगे तक जाओगे। आपको जीवन में कोई नहीं रोक सकता। क्योकि हम खुद ही खुद को रोक रहे होते है।
डर से होने वाले व्यग्तिगत नुकसान – PERSONAL HARM FROM FEAR
व्यक्ती में डर होने के कारण ,चाहे वह आलोचना का डर हो या किसी भी प्रकार का डर हो। इससे व्यक्ति के ऊपर बहुत बुरा परिणाम होता है। और इस डर के कारण वह जीवन में किसी भी क्षेत्र में आगे नहीं बढ़ता। यहाँ तक की अपनी जिम्मेदारी से भी दूर भागता है।
डर किसी व्यक्ति के मन के ऊपर इतना बुरा असर होता है। की ,वह अपनी कल्पना शक्ति को खो देता है। डर के कारण उसका आत्मविश्वास और उत्साह कम होता है। वह जीवन में किसी भी चीजों के लिए उत्साहित नहीं रहता। उसकी निर्णय लेने की क्षमता कम होती है। उसका व्यक्तिमत्व कम होने लगता है।
खुद के ऊपर का नियंत्रण धीरे -धीरे खतम हो जाता है। आत्म -अनुशासन ख़तम होता है। एकाग्रता कम होती है ,इच्छाशक्ति नष्ट होती है। इन कारणों के वजह से व्यक्ति खुद ही दुःख ,तकलीफ ,असफलता को अपने जीवन में आमंत्रण देता है।
डर से होने वाले व्यग्तिगत नुकसान के ऊपर और बहुत कुछ लिखा जा सकता है। लेकिन में आशा करता हूँ ,जितना लिखा है ,उसके आधार पर डर से होने वाले व्यग्तिगत नुकसान के बारे में आप समझ चुकें होंगे।
डर का सामना कैसे करे ? – HOW TO FACE FEAR?
जिनके अंदर डर स्वाभाविक है। उनको अपने दिमाग और मन को एक बात समझानी होगी।अगर मुझे अच्छी जिंदगी जिनी है ,तो मुझे इस डर को जितना होगा। और इसके लिए मुझे योजना पूर्वक एक के बाद एक कदम उठाने पड़ेंगे। “खुद को यकींन दिलाना होगा की ,वक्त रहते ही खुद को बदलना पड़ेगा। अगर हम नहीं बदले , तो वक्त ने बदलने की कोशिश की तो बड़ी तकलीफ होगी।”
पहले आपको खुद से सवाल पूछना पड़ेगा। क्या मैं डर के वजह से आगे नहीं बढ़ रहा हूँ ? क्या डर के वजह से मुझे सफलता नहीं मिल रही है। अगर आपका उत्तर “हा” है ,तो चलो डर के अंदर जाते है।
हमें ध्यान से समझना पड़ेगा। हमे डर क्यों लगता है? क्योकि हमारे अंदर आत्मविश्वास की कमी है। फिर सवाल आता है ,हमारे अंदर आत्मविश्वास क्यों कम है ? क्योंकी जिस क्षेत्र में हम सफलता हासिल करना चाहते है ,उस क्षेत्र के बारे में हमारा ज्ञान अधूरा है। या तो उसके बारे मे हम अज्ञानी है।
इसके लिए जिस क्षेत्र में सफलता हासिल करनी है। उस क्षेत्र के प्रति जितना हो सके उतना अभ्यास करना है और ज्ञान हासिल करना है। जिससे हमारे भीतर आत्मविश्वास आए, और जिससे कुछ हद तक हमारा डर कम हो जाएगा।
जिस क्षेत्र में आप सफलता हासिल करना चाहते है। उस क्षेत्र के सफल व्यक्ति के बारे में जानना सूरु कर दो, इंटरनेट मे उस बारे मे खोजना सुरु कर दो । उन्होंने क्या गलती की है ? उससे भी सिखने की कोशिश करो। उनके सफलता के मार्ग पर कोनसी मुश्किलें थी ? उन्होंने मुश्किलों का सामना कैसे किया? इन सभी के बारे में बारीकी से अभ्यास करना। जिससे डर पूरी तरह से ख़तम हो जायेगा।
डर पर काबू पाने के लिए सलाह – advice for overcoming fear
डर पर काबू पाने के लिए एक छोटी सी सलाह है। अपनी रोज की योजना इतनी व्यस्त बनाओ के आपको डर लगने का समय ही नहीं मिल पाए। अगर आप ऐसी योजना बनाते है। उसके अनुसार उस योजना का रोज पालन करते है, तो धीरे – धिरे कुछ दिनों बाद आपको महसूस होगा। आपका डर ख़तम हो रहा है, क्योकि आपके लिए अब अपने योजना का पालन करना ज्यादा महत्त्व पूर्ण हो गया है।
आशा करता हु ,आपको मेरा ब्लॉग डर का सामना कैसे करे ? ( How to face fear?) पसंद आया रहेगा,अब बात करते है अगले ब्लॉक की ,सफलता हासिल करने के लिए योजना बहुत महत्व पूर्ण है। सफलता के लिए योजना का उपयोग क्यों करना चाहिए ? योजना का क्या लाभ है ? सफलता के लिए योजना का उपयोग कैसे किया जा सकता है ? इसके ऊपर अगले ब्लॉक में सविस्तार में जानेगे।
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सौजन्य - संदीप माहेश्वरी (you tube)
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